मौसी की चूदाई सर्दी की रात मै – Mausi Ki Chudai

हेलो दोस्तो कैसे हो ये कहानी कहानी मेरी मम्मी की बहन मेरी सगी मौसी की है जो 3 महीने पहले की है तो दोस्तों मै पहले अपने बारेमें बता देता हूँ मेरा नाम अलोक कुमार है मै राजस्थान के छोटे से गांव से हूँ मेरी मौसी के बारेमे बता देता हु मेरी मौसी की उम्र 38.39 साल है उनका फिगर देख के लगता नही ह की वो इतने साल की है उनकी गांड़ बोहत बड़ी ह पीछे से or unke बूब्स तो मानो बार आ जायेगे चोली से कमाल का फिगर ह मौसी का उनके 3 बच्चे है तो अब दोस्तो कहानी पर आते ह बात बात अगस्त 2024 की h मेरी मौसी जयपुर मैं रहती ह और हम लोग गांव मै मुझे एसएससी की tyari करने के लिए गांव सै किसी सिटी मै जाना था तो मम्मी ने मोसी को बोला की तेरे पास मैं कोई रूम दिलवा देना वहा रहे कर 3 महीने सरकारी नोकरी की त्यारी कर लेगा आलोक तो मोसी बोली कैसी बात करती हो दीदी आलोक मेरे बेटे जैसा ह रूम लेकर क्यू रहेगा उसका गर है जितना मर्जी रहे ले मेरे पास भेजे देना कोई रूम नही लेगा। फिर एक दो दिन बाद मैं बस से जयपुर के लिए निकल गया। बस स्टेशन पर मेरा मोसी का लड़का अरुण बाईक लेकर मुझे लेने आ गया अरुण की उम्र 17.18 साल h मोसी का बड़ा बेटा हैं अरुण । वो 11 वी क्लास मैं ह उससे पढ़ाई के बारेने बाते करते करते गर पर आ गए। मोसी मुझे देख कर काफी खुश हुई और चाय नाश्ता बनाया मोसी के होम पर 3 बच्चे थे 2 लड़के छोटी लड़की निशा थी उसकी उम्र 10.12 साल होंगी। मेरे मौसा जी तमिलनाडु में किसी कम्पनी में मैनेजर ह। वो साल मैं 1.2 बार होम पर आते है। रात के 9.10 बजे गए हमने खाना खाया बाते की 12.1 बजे गए फिर हम सो गए। मेरे लिए मोसी ने मोसी ने एक अलग रूम दिया ताकि मेरी पढ़ाई डिस्टर्ब ना हों । मोसी का होम ठीक ठाक बड़ा था। फिर मैं अपने रूम मैं जाकर सो गया। मोसी के दोनो लड़के एक ही रूम मैं सोते हैं। मोसी और निशा साथ मैं सोते है। मोसी का रूम मेरे रूम के पास मैं ही था। मोसी ने बोला किसी चीज की जरूरत हो तो बोल देना। उस रात सो गए सूबे मैं 9 बजे उठा। तब तक सब बच्चे स्कूल जा चुके थे। मोसी मेरे लिए चाय बना कर ले आई। फिर मैं खाना खाकर 11 बजे कोचिंग चला गया। मेरा कोचिंग टाइम 11 से 2 तक का है। 2 बजे छूटी होने के बाद 30 मिनट का रास्ता ह मोसी के होम तक का। मैं आया मोसी बोलि कसी रही पहली क्लास। मेने बोला सब ठीक था। फिर खाना खाकर रूम मै चला गया। साम हो गई थोड़ी बाते की फिर सो गए। ऐसे 15.20 दिन निकल गए। तब तक मैं मौसी के बरेमे गलत सोच नही रखता था। एक दिन की बात ह। बच्चे स्कूल जा चुके थे मोसी नहा रही थी वो अंदर से दरवाजा देना भूल गई । मोसी का नहाने का और लेट्रिंग का एक ही है। मैं बाथरूम करने अंदर गया तो मौसी ओनली चढ़ी मैं थी और पुरी नंगी थीं मैं एक मिनट देखता रहे गया । मोसी मेरे को देखते ही प्लेट गई और शरीर पर कोई कपड़ा डालने लगी। मैं शर्म के मारे वहा से भाग गया। थोड़ी देर बाद मैं कॉचिंग के लिए जाने लगा तो मोसी कमरे मैं थी और मेरी और देख के थोड़ी शर्म से बोलो। गलती मेरी है मैं अंदर से लॉक करना भूल गई। मै बोला सॉरी तो उन्होंने बोला तेरी क्या गलती है इसमें। फिर मैं कोचिंग के लिए लेट हो रहा था वहा से निकल गया। उस दिन कॉचिग मैं ओनली मोसी ही नजर आ रही थी मुझे। फिर वापिस आकर रूम मै पढ़ने लगा लेकिन पढ़ाई मैं मन नही लग रहा था। मेने उदर उधर देखा मौसी गर पर नही थी। मेने मोसी को कॉल किया। मोसी बोली बाजार आई हुई थोड़ी देर लग जायेगी। फिर मैं रूम मै आकर बैट गया। थोड़ी देर बाद मैं बाथरूम करने गया। वहा देखा मौसी की ब्रा और चड्डी सुख रही थी। मेरा दिमाग तो वैसे भी पूरे दिन से मौसी के पीछे था ही। फिर किया मेने मोसी की चढ़ी उतरी और उसको देखने लगा। मेरा लैंड चढ़ी को देख कर पूरा बार आने लगा पैंट से। दोस्तो फिर किया मेने चढ़ी को सुगना सुरु कर दिया। किया मादक खुशबू थी आज से पहले मेने ना कभी रियल मैं चूत देखी थी ना उसकी खुशबू का पता था। चढ़ी को काफी देर तक सुंगा। फिर और कुछ करने का मन करने लगा। फिर चढ़ी पर थोड़ा व्हाइट व्हाइट था बीच मै। मैं समझ गया की ये चूत के छेद पर रहता होगा इसलिए मोसी की चूत का पानी से व्हाइट हो गया हो। फिर मेने काफी देर तक चढ़ी को चाटना सुरु किया। आज से पहले इतना आनंद कभी नही आया। काफी देर तक चाटने के बाद चढ़ी को लैंड पर रख कर मुठ मारी। सारा पानी मेरा चड्डी पर आ गया। फिर मैं पैंट पहने कर बार आया। तब तब मौसी नही आई। बच्चे आकर खलने लगे थे। थोड़ी देर बाद मोसी आई। काफी किराना समान लेकर आई थी मोसी। मोसी मेरी और देख कर थोड़ी अलग सी मुस्कुराई। और चाय बनाने चली गई। एक बात मैने नोटिस की उस बाथरूम वाली बात के हेलो दोस्तो कैसे हो ये कहानी कहानी मेरी मम्मी की बहन मेरी सगी मौसी की है जो 3 महीने पहले की है तो दोस्तों मै पहले अपने बारेमें बता देता हूँ मेरा नाम अलोक कुमार है मै राजस्थान के छोटे से गांव से हूँ मेरी मौसी के बारेमे बता देता हु मेरी मौसी की उम्र 38.39 साल है उनका फिगर देख के लगता नही ह की वो इतने साल की है उनकी गांड़ बोहत बड़ी ह पीछे से or unke बूब्स तो मानो बार आ जायेगे चोली से कमाल का फिगर ह मौसी का उनके 3 बच्चे है तो अब दोस्तो कहानी पर आते ह बात बात अगस्त 2024 की h मेरी मौसी जयपुर मैं रहती ह और हम लोग गांव मै मुझे एसएससी की tyari करने के लिए गांव सै किसी सिटी मै जाना था तो मम्मी ने मोसी को बोला की तेरे पास मैं कोई रूम दिलवा देना वहा रहे कर 3 महीने सरकारी नोकरी की त्यारी कर लेगा आलोक तो मोसी बोली कैसी बात करती हो दीदी आलोक मेरे बेटे जैसा ह रूम लेकर क्यू रहेगा उसका गर है जितना मर्जी रहे ले मेरे पास भेजे देना कोई रूम नही लेगा। फिर एक दो दिन बाद मैं बस से जयपुर के लिए निकल गया। बस स्टेशन पर मेरा मोसी का लड़का अरुण बाईक लेकर मुझे लेने आ गया अरुण की उम्र 17.18 साल h मोसी का बड़ा बेटा हैं अरुण । वो 11 वी क्लास मैं ह उससे पढ़ाई के बारेने बाते करते करते गर पर आ गए। मोसी मुझे देख कर काफी खुश हुई और चाय नाश्ता बनाया मोसी के होम पर 3 बच्चे थे 2 लड़के छोटी लड़की निशा थी उसकी उम्र 10.12 साल होंगी। मेरे मौसा जी तमिलनाडु में किसी कम्पनी में मैनेजर ह। वो साल मैं 1.2 बार होम पर आते है। रात के 9.10 बजे गए हमने खाना खाया बाते की 12.1 बजे गए फिर हम सो गए। मेरे लिए मोसी ने मोसी ने एक अलग रूम दिया ताकि मेरी पढ़ाई डिस्टर्ब ना हों । मोसी का होम ठीक ठाक बड़ा था। फिर मैं अपने रूम मैं जाकर सो गया। मोसी के दोनो लड़के एक ही रूम मैं सोते हैं। मोसी और निशा साथ मैं सोते है। मोसी का रूम मेरे रूम के पास मैं ही था। मोसी ने बोला किसी चीज की जरूरत हो तो बोल देना। उस रात सो गए सूबे मैं 9 बजे उठा। तब तक सब बच्चे स्कूल जा चुके थे। मोसी मेरे लिए चाय बना कर ले आई। फिर मैं खाना खाकर 11 बजे कोचिंग चला गया। मेरा कोचिंग टाइम 11 से 2 तक का है। 2 बजे छूटी होने के बाद 30 मिनट का रास्ता ह मोसी के होम तक का। मैं आया मोसी बोलि कसी रही पहली क्लास। मेने बोला सब ठीक था। फिर खाना खाकर रूम मै चला गया। साम हो गई थोड़ी बाते की फिर सो गए। ऐसे 15.20 दिन निकल गए। तब तक मैं मौसी के बरेमे गलत सोच नही रखता था। एक दिन की बात ह। बच्चे स्कूल जा चुके थे मोसी नहा रही थी वो अंदर से दरवाजा देना भूल गई । मोसी का नहाने का और लेट्रिंग का एक ही है। मैं बाथरूम करने अंदर गया तो मौसी ओनली चढ़ी मैं थी और पुरी नंगी थीं मैं एक मिनट देखता रहे गया । मोसी मेरे को देखते ही प्लेट गई और शरीर पर कोई कपड़ा डालने लगी। मैं शर्म के मारे वहा से भाग गया। थोड़ी देर बाद मैं कॉचिंग के लिए जाने लगा तो मोसी कमरे मैं थी और मेरी और देख के थोड़ी शर्म से बोलो। गलती मेरी है मैं अंदर से लॉक करना भूल गई। मै बोला सॉरी तो उन्होंने बोला तेरी क्या गलती है इसमें। फिर मैं कोचिंग के लिए लेट हो रहा था वहा से निकल गया। उस दिन कॉचिग मैं ओनली मोसी ही नजर आ रही थी मुझे। फिर वापिस आकर रूम मै पढ़ने लगा लेकिन पढ़ाई मैं मन नही लग रहा था। मेने उदर उधर देखा मौसी गर पर नही थी। मेने मोसी को कॉल किया। मोसी बोली बाजार आई हुई थोड़ी देर लग जायेगी। फिर मैं रूम मै आकर बैट गया। थोड़ी देर बाद मैं बाथरूम करने गया। वहा देखा मौसी की ब्रा और चड्डी सुख रही थी। मेरा दिमाग तो वैसे भी पूरे दिन से मौसी के पीछे था ही। फिर किया मेने मोसी की चढ़ी उतरी और उसको देखने लगा। मेरा लैंड चढ़ी को देख कर पूरा बार आने लगा पैंट से। दोस्तो फिर किया मेने चढ़ी को सुगना सुरु कर दिया। किया मादक खुशबू थी आज से पहले मेने ना कभी रियल मैं चूत देखी थी ना उसकी खुशबू का पता था। चढ़ी को काफी देर तक सुंगा। फिर और कुछ करने का मन करने लगा। फिर चढ़ी पर थोड़ा व्हाइट व्हाइट था बीच मै। मैं समझ गया की ये चूत के छेद पर रहता होगा इसलिए मोसी की चूत का पानी से व्हाइट हो गया हो। फिर मेने काफी देर तक चढ़ी को चाटना सुरु किया। आज से पहले इतना आनंद कभी नही आया। काफी देर तक चाटने के बाद चढ़ी को लैंड पर रख कर मुठ मारी। सारा पानी मेरा चड्डी पर आ गया। फिर मैं पैंट पहने कर बार आया। तब तब मौसी नही आई। बच्चे आकर खलने लगे थे। थोड़ी देर बाद मोसी आई। काफी किराना समान लेकर आई थी मोसी। मोसी मेरी और देख कर थोड़ी अलग सी मुस्कुराई। और चाय बनाने चली गई। एक बात मैने नोटिस की उस बाथरूम वाली बात के बाद। मोसी मुझे थोड़ी अलग नजर सै देखने लगी। ऐसे ही 10.15 दिन ओर निकल गए डेली रात को सब सो जाते तो मोसी की चढ़ी के साथ खेलता। फिर एक दिन मामा जी आए। उनकी बड़ी बेटी की सादी थी। वो बोले चलो आलोक वहा सात चलो। काम काफी ह तो पहले चलना होगा 10.15 दिन। लेकिन मेरे एग्जाम थे इसलिए मेने बोला एग्जाम आ गए पहले तो नही चल पावूगा लेकीन सादी से। 2 दिन पहले आ जावुगा। फिर मौसी को बोले चलो इन 3 नो बच्चे को तो लेकर ही जावूगा। मौसी ने हा भर ली। और बच्चो को मामा जी के साथ भज दिया। फिर किया था अब तो कैसे भी मै मौसी को चोदना चाहा रहा था। रात हो गई हमने खाना खाया फिर बाते की सोने लगे। तो मोसी जी ने कहा निशा नही ह तो अकेली नींद नही आयेगी मेरे पास ही सो जाना। दोस्ती फिर किया था मैं तो इसी बात का इंतजार कर रहा था मेने हा बोल दिया। हम दोनो एक ही पलग pr सो गए। मुझे नींद नही आ रही थी क्युकी जिसको डेली सपनो मैं चोदता था आज वो पास मैं सो रही थी तो नींद कैसे आ जाती। लेकिन मोसी सो चुकी थीं। रात के करीब 1 बजे चुका था। मेने थोड़ी हिम्मत करके मौसी के काफी करीब जाकर सो गया। और एक हाथ नीचे की साइट ले गया। मोसी के पैरो के उपर। मोसी गगरा पहनती थीं। तो एक हाथ से गगरा को थोड़ी उपर करने लगा। फिर गगरा के अंदर हाथ डाल दिया। थोड़ी देर तक हाथ वही रखा । मुझे अन्दर से काफी डर लग रहा था। वो किया ह ना जब सेक्स का भूत हो तो सब मंजूर होता है जो होगा देखा जाएगा। मेने हाथ धीरे धीरे आगे बड़ाना सुरु कर दिया। हाथ मौसी की जांघों तक चला गया। थोड़ी देर रुका मौसी की ओर देखा। मोसी गहरी नींद मैं सो रही थी। फिर मेरा हाथ मौसी की चढ़ी के उपर गया। मौसी सीधी होकर शो रही थी। थोड़ी देर हाथ चढ़ी के उपर ही रखा रहा। फिर हिम्मत करके हाथ चड्डी के अंदर डालने की कोशिश करने लगा। थोड़ी देर बाद पूरा हाथ मोसी की चूत के उपर था। किया बताऊं दोस्तो। मौसी की चूत पूरी चूत पर झांटो का जाल था। मुझे लगता ह मौसी सेविंग नही करती। Bohat बड़े बड़े बाल थे चूत पर। हाथ थोड़ी देर चूत पर ही रखा था। मौसी थोड़ी हिली फिर सो गई। अब असली काम करना था। मेने अपना हाथ थोड़ी नीचे लाया। और मोसी की चूत मैं थोड़ी सी उंगली घुसाने लगा। लेकिन बीच मै मौसी के चूत के काफी बाल थे वो आ रहे थे। मेने धीरे धीरे रास्ता साफ किया और थोड़ी सी उंगली अंदर की। मुझे तो जन्नत का अहसास हो रहा था। जो सब्दो मै बताया नही जा सकता। मेने उंगली थोड़ी और आगे की चूत काफी गीली थी। और पुरी उंगली अंदर डाल दी। मौसी एक दम से थोड़ी हिली और फिर सो गई। मेरी तो जान ही निकल गई। उंगली अब तक अंडर ही थी। थोड़ी देर बाद उंगली अंदर बार करने लगा। और एक उंगली मौसी की गांड़ पर रख दी। मौसी थोड़ी हिलने लगी। मैं रुक गया थोड़ी देर बाद कोसी ने करवट बदली और मेरी और गांड़ कर दी। मेने धीरे से उंगली निकाली। फिर पीछे से गागरे को उपर करने लगा। मेने चढ़ी तक गागर को उपर कर दिया। अब चढ़ी को थोड़ी नीचे की ओर उनकी गांड़ मेरे सामने थी। मेने पूरा मन बना लिया था आज जो भी होगा देखा जायेगा। आज कोसी को चोद कर रहूंगा। मैं अपना मुंह गांड़ की ओर ले गया तब तक 2 बज गए थे रात के। मेने हिम्मत करके मौसी की गांड़ मैं अपना मुंह डाला किया खुशबू आई फिर धीरे से मेने मोसी की गांड़ की ओर जीभ डाली लेकिन गांड़ तक जीभ जा नही पा रही थी। थोड़ी देर ये चलता रहा। फिर मौसी फिर से सीदी होकर सो गई। मेने देर नही की ओर गगरा को इस बार पूरा उपर के दिया। और चढ़ी को नीचे कर दिया पूरा। और नीचे जाकर चूत को चाटने लगा। मैं अपनी जीभ को अंदर बार करने लगा। एक दम से मौसी जाग गई। और मुझे और खुद को इस हाल मैं देख कर बौखला गई। और मुझे थपड़ मार दिया और बोली। ये किया कर रहा है तू। पागल हो गया किया। बेटे जैसे समझती हु तुझे। शर्म आनी चाइए तुजे। रुक अभी तेरी मम्मी को कॉल करती हू। मेरे ऊपर तो सेक्स का भूत था मेने पैंट खोल रखी थी। मौसी की नजर मेरे लैंड पर गई। मौसी अभी तक सो ही रही थी। मेने हिम्मत करके मौसी को उल्टा किया । और गांड़ को चौड़ी करके चाटने लगा। मौसी मना कर रही थी ये गलत ह पाप ह। मैं उनकी गांड़ को चौड़ा करके चाट रहा था। करीब 10 मिनट तक गांड़ मैं उंगली ओर जीभ से चाटने के बाद मौसी रुक गई अब को विरोध नही कर रही थी। फिर मौसी बोली आलोक ये गलत ह। मैं बोलो मौसी किसी को कुछ पता नही चलेगा। ना कोई अभी येहा पर है। मैं किसी को नही बोलूगा। फिर मौसी राजी हो गई। मौसी बोली ये बात हम दोनो के अलावा किसी को पता नही चलनी चाइए। फिर किया था मेने चूत चाटने सुरु कर दिया मौसी अब मेरे सर को अपनी चूत मैं घुसाने लगी। मौसी बोली तेरा मौसा आज तक ऐसा कभी भी नही किया। बोहुत मजा आ रहा ह बेटा। मैं चूत ओर गांड़ चाट रहा था मोसी सिसकारियां ले रही थी। की पूरा मुंह घुसा दे मेरी चूत फाड़ दे मुंह से। आ।आ।आ। ऐसे करके मौसी झड़ गई। ओर चूत का सारा पानी मै पी गया। और मैं मोसी की चूत मैं लैंड डालने लगा मौसी की चूत काफी बड़ी थी मौसी ने लाईट चालू कर दी थी। मौसी को मै चोदता रहा मौसी मुझे गालियां दे रही थी चोदो अपनी मौसी को इसकी चूत आज फाड़ jjjjjjj। सारी रात चोद कई सालो की पियासी हु। इतना बड़ा लैंड आज तक नही देका चोद अपनी मोसी को बेटा। फिर मौसी ने मुझे नीचे आने को कहा ओर खुद उपर बेट गई मेरे। मौसी बड़े मजे से चूदा रही थी मेरा पानी आने वाला था मैंने मौसी को बोला की बार निकालू तो मौसी ने मना कर दिया ओर पूरा पानी 5 बार चूदाई की थी। अगले रात मौसी की गांड़ मारी थी वो कहानी नेक्स्ट बार अपलोड करूंगा। कैसी लगी मेरी ओर मेरे मौसी की कहानी कॉमेंट मै जरूर बताएं।।।बाद। मोसी मुझे थोड़ी अलग नजर सै देखने लगी। ऐसे ही 10.15 दिन ओर निकल गए डेली रात को सब सो जाते तो मोसी की चढ़ी के साथ खेलता। फिर एक दिन मामा जी आए। उनकी बड़ी बेटी की सादी थी। वो बोले चलो आलोक वहा सात चलो। काम काफी ह तो पहले चलना होगा 10.15 दिन। लेकिन मेरे एग्जाम थे इसलिए मेने बोला एग्जाम आ गए पहले तो नही चल पावूगा लेकीन सादी से। 2 दिन पहले आ जावुगा। फिर मौसी को बोले चलो इन 3 नो बच्चे को तो लेकर ही जावूगा। मौसी ने हा भर ली। और बच्चो को मामा जी के साथ भज दिया। फिर किया था अब तो कैसे भी मै मौसी को चोदना चाहा रहा था। रात हो गई हमने खाना खाया फिर बाते की सोने लगे। तो मोसी जी ने कहा निशा नही ह तो अकेली नींद नही आयेगी मेरे पास ही सो जाना। दोस्ती फिर किया था मैं तो इसी बात का इंतजार कर रहा था मेने हा बोल दिया। हम दोनो एक ही पलग pr सो गए। मुझे नींद नही आ रही थी क्युकी जिसको डेली सपनो मैं चोदता था आज वो पास मैं सो रही थी तो नींद कैसे आ जाती। लेकिन मोसी सो चुकी थीं। रात के करीब 1 बजे चुका था। मेने थोड़ी हिम्मत करके मौसी के काफी करीब जाकर सो गया। और एक हाथ नीचे की साइट ले गया। मोसी के पैरो के उपर। मोसी गगरा पहनती थीं। तो एक हाथ से गगरा को थोड़ी उपर करने लगा। फिर गगरा के अंदर हाथ डाल दिया। थोड़ी देर तक हाथ वही रखा । मुझे अन्दर से काफी डर लग रहा था। वो किया ह ना जब सेक्स का भूत हो तो सब मंजूर होता है जो होगा देखा जाएगा। मेने हाथ धीरे धीरे आगे बड़ाना सुरु कर दिया। हाथ मौसी की जांघों तक चला गया। थोड़ी देर रुका मौसी की ओर देखा। मोसी गहरी नींद मैं सो रही थी। फिर मेरा हाथ मौसी की चढ़ी के उपर गया। मौसी सीधी होकर शो रही थी। थोड़ी देर हाथ चढ़ी के उपर ही रखा रहा। फिर हिम्मत करके हाथ चड्डी के अंदर डालने की कोशिश करने लगा। थोड़ी देर बाद पूरा हाथ मोसी की चूत के उपर था। किया बताऊं दोस्तो। मौसी की चूत पूरी चूत पर झांटो का जाल था। मुझे लगता ह मौसी सेविंग नही करती। Bohat बड़े बड़े बाल थे चूत पर। हाथ थोड़ी देर चूत पर ही रखा था। मौसी थोड़ी हिली फिर सो गई। अब असली काम करना था। मेने अपना हाथ थोड़ी नीचे लाया। और मोसी की चूत मैं थोड़ी सी उंगली घुसाने लगा। लेकिन बीच मै मौसी के चूत के काफी बाल थे वो आ रहे थे। मेने धीरे धीरे रास्ता साफ किया और थोड़ी सी उंगली अंदर की। मुझे तो जन्नत का अहसास हो रहा था। जो सब्दो मै बताया नही जा सकता। मेने उंगली थोड़ी और आगे की चूत काफी गीली थी। और पुरी उंगली अंदर डाल दी। मौसी एक दम से थोड़ी हिली और फिर सो गई। मेरी तो जान ही निकल गई। उंगली अब तक अंडर ही थी। थोड़ी देर बाद उंगली अंदर बार करने लगा। और एक उंगली मौसी की गांड़ पर रख दी। मौसी थोड़ी हिलने लगी। मैं रुक गया थोड़ी देर बाद कोसी ने करवट बदली और मेरी और गांड़ कर दी। मेने धीरे से उंगली निकाली। फिर पीछे से गागरे को उपर करने लगा। मेने चढ़ी तक गागर को उपर कर दिया। अब चढ़ी को थोड़ी नीचे की ओर उनकी गांड़ मेरे सामने थी। मेने पूरा मन बना लिया था आज जो भी होगा देखा जायेगा। आज कोसी को चोद कर रहूंगा। मैं अपना मुंह गांड़ की ओर ले गया तब तक 2 बज गए थे रात के। मेने हिम्मत करके मौसी की गांड़ मैं अपना मुंह डाला किया खुशबू आई फिर धीरे से मेने मोसी की गांड़ की ओर जीभ डाली लेकिन गांड़ तक जीभ जा नही पा रही थी। थोड़ी देर ये चलता रहा। फिर मौसी फिर से सीदी होकर सो गई। मेने देर नही की ओर गगरा को इस बार पूरा उपर के दिया। और चढ़ी को नीचे कर दिया पूरा। और नीचे जाकर चूत को चाटने लगा। मैं अपनी जीभ को अंदर बार करने लगा। एक दम से मौसी जाग गई। और मुझे और खुद को इस हाल मैं देख कर बौखला गई। और मुझे थपड़ मार दिया और बोली। ये किया कर रहा है तू। पागल हो गया किया। बेटे जैसे समझती हु तुझे। शर्म आनी चाइए तुजे। रुक अभी तेरी मम्मी को कॉल करती हू। मेरे ऊपर तो सेक्स का भूत था मेने पैंट खोल रखी थी। मौसी की नजर मेरे लैंड पर गई। मौसी अभी तक सो ही रही थी। मेने हिम्मत करके मौसी को उल्टा किया । और गांड़ को चौड़ी करके चाटने लगा। मौसी मना कर रही थी ये गलत ह पाप ह। मैं उनकी गांड़ को चौड़ा करके चाट रहा था। करीब 10 मिनट तक गांड़ मैं उंगली ओर जीभ से चाटने के बाद मौसी रुक गई अब को विरोध नही कर रही थी। फिर मौसी बोली आलोक ये गलत ह। मैं बोलो मौसी किसी को कुछ पता नही चलेगा। ना कोई अभी येहा पर है। मैं किसी को नही बोलूगा। फिर मौसी राजी हो गई। मौसी बोली ये बात हम दोनो के अलावा किसी को पता नही चलनी चाइए। फिर किया था मेने चूत चाटने सुरु कर दिया मौसी अब मेरे सर को अपनी चूत मैं घुसाने लगी। मौसी बोली तेरा मौसा आज तक ऐसा कभी भी नही किया। बोहुत मजा आ रहा ह बेटा। मैं चूत ओर गांड़ चाट रहा था मोसी सिसकारियां ले रही थी। की पूरा मुंह घुसा दे मेरी चूत फाड़ दे मुंह से। आ।आ।आ। ऐसे करके मौसी झड़ गई। ओर चूत का सारा पानी मै पी गया। और मैं मोसी की चूत मैं लैंड डालने लगा मौसी की चूत काफी बड़ी थी मौसी ने लाईट चालू कर दी थी। मौसी को मै चोदता रहा मौसी मुझे गालियां दे रही थी चोदो अपनी मौसी को इसकी चूत आज फाड़ दो। सारी रात चोद कई सालो की पियासी हु। इतना बड़ा लैंड आज तक नही देका चोद अपनी मोसी को बेटा। फिर मौसी ने मुझे नीचे आने को कहा ओर खुद उपर बेट गई मेरे। मौसी बड़े मजे से चूदा रही थी मेरा पानी आने वाला था मैंने मौसी को बोला की बार निकालू तो मौसी ने मना कर दिया ओर पूरा पानी chut मैं चला गया। हम उस रात 5 बार चूदाई की थी। अगले रात मौसी की गांड़ मारी थी वो कहानी नेक्स्ट बार अपलोड करूंगा। कैसी लगी मेरी ओर मेरे मौसी की कहानी कॉमेंट मै जरूर बताएं।।।

Author

Leave a comment